सेक्टर 50-बी की ‘दी प्रोग्रेसिव कोऑपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी फर्स्ट लिमिटेड’ की एजीएम में हंगामा, ऑडिट रिपोर्ट और पार्किंग मुद्दे पर भिड़े मेंबर

सेक्टर 50-बी की ‘दी प्रोग्रेसिव कोऑपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी फर्स्ट लिमिटेड’ की एजीएम में हंगामा, ऑडिट रिपोर्ट और पार्किंग मुद्दे पर भिड़े मेंबर

The Progressive Cooperative House Building Society First Limited

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चंडीगढ़, 12 नवंबर: सेक्टर 50-बी स्थित दी प्रोग्रेसिव कोऑपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी फर्स्ट लिमिटेड की वार्षिक आम सभा (एजीएम) में रविवार को जमकर हंगामा हुआ। सोसायटी पदाधिकारियों द्वारा 2023-24 और 2024-25 की ऑडिट रिपोर्ट पेश की गई, लेकिन शेयरहोल्डर्स ने उसे मानने से सख्त इनकार कर दिया।

मेंबरों का आरोप था कि 2023-24 की ऑडिट रिपोर्ट छह माह के भीतर रखी जानी चाहिए थी, लेकिन इसे डेढ़ साल बाद पेश किया गया। इस पर सदन में तीखी नोकझोंक हुई। वहीं, सोसायटी पदाधिकारियों ने टेन्योर तीन साल करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर मेंबरों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से सभी सोसायटियों के लिए एक साल का टेन्योर तय है, तो इसे बढ़ाने की क्या जरूरत है?

बैठक में तीसरा बड़ा मुद्दा उठा—ग्रीन एरिया और चिल्ड्रन पार्क को कार पार्किंग में बदलने का। सदस्यों ने इस कदम का कड़ा विरोध किया। उनका कहना था कि जब प्रति मकान कन्वेयंस डीड पहले से बनी हुई है, तो अतिरिक्त पार्किंग शुल्क वसूलना अनुचित है। मेंबरों ने चेतावनी दी कि इस मामले की शिकायत एनजीटी और प्रशासन से की जाएगी।

चौथा विवाद 600 रुपये मेंटेनेंस फीस को बढ़ाकर 700 रुपये करने और हर साल 50 रुपये की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को लेकर हुआ। मेंबरों ने विरोध करते हुए कहा कि जब सोसायटी पिछले वर्षों के अकाउंट का पूरा रिकॉर्ड ही नहीं दे पाई है—खासतौर पर 2012-13 और 2014-15 तक के—तो अब फिर से चार्ज बढ़ाने का औचित्य नहीं है।

बैठक में बड़ी संख्या में मेंबर शामिल हुए, वहीं रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटी की ओर से दो ऑब्जर्वर भी मौजूद रहे। हालांकि इस मीटिंग को एजीएम का नाम दिया गया, लेकिन मेंबरों का आरोप है कि सोसायटी पदाधिकारी हर साल ऐसी मीटिंग नहीं बुलाते।

अब देखना यह होगा कि बैठक में हुए हंगामे और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों पर रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटी क्या कदम उठाता है।